गरीब की दोस्ती - 1 Harsh Parmar द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

Featured Books
  • आखेट महल - 19

    उन्नीस   यह सूचना मिलते ही सारे शहर में हर्ष की लहर दौड़...

  • अपराध ही अपराध - भाग 22

    अध्याय 22   “क्या बोल रहे हैं?” “जिसक...

  • अनोखा विवाह - 10

    सुहानी - हम अभी आते हैं,,,,,,,, सुहानी को वाशरुम में आधा घंट...

  • मंजिले - भाग 13

     -------------- एक कहानी " मंज़िले " पुस्तक की सब से श्रेष्ठ...

  • I Hate Love - 6

    फ्लैशबैक अंतअपनी सोच से बाहर आती हुई जानवी,,, अपने चेहरे पर...

श्रेणी
शेयर करे

गरीब की दोस्ती - 1

एक गरीब लड़का था एक छोटे से गांव मे रहता था.फेमिली मे उसकी माँ और उसका पापा ही था | बाप बहुत बीमार रहता था और उसकी माँ लोगो के यहा बर्तन कपड़े धोने का काम करती थी| लड़के का नाम राजु था राजु दूर जंगल मे जाके लकड़े काटकर गांव मे बेचने जाता था |लकड़े का जो भी पैसा मिलता उससे उसका घर चलता था.

एक दिन राजु जंगल में लकड़े काटने के लिए गया | राजु कुल्हाड़ी से लकडे काट ही रहा था तब उसने किसीकी जोर की चीख सुनी और राजु उसी दिशा मे भागा और उसने देखा तो वो एकदम सा चौक गया | क्यु की सामने एक शेर एक लड़की की तरफ आ रहा था और वो शेर से बचने के लिए चिल्ला रही थी | तब राजु ने अपनी कुल्हाड़ी से शेर का सामना किया और शेर भाग गया वहा से और राजुने उस लड़की को बचाया | राजु को हाथ पैर मे थोड़ी बहुत चोट लगी थी फिर भी राजु खडा होकर लड़की को बोलने लगा कि चलो घर चलते है. लड़की ने राजु को धन्यवाद किया बचाने के लिए. काटे हुए लकडे लेकर राजु और वो लड़की वहा से घर जाने लगे.

रास्ते मे राजु ने लड़की को पूछा आप जंगल मे कैसे आ गए उसने बताया की मे पड़ोस के गांव मे रहती हुं | और यहा मे कैसे आई मुझे कुछ पता नही है बस इतना पता है की मे स्कूल से अपनी स्कूटी पे अपनी फ्रेंड के साथ घर आ रही थी तब रास्ते मे एक चाय की दुकान थी तो उसने कहा चल चाय पीने जाते है | तब वहा चाय पीने के लिए मैने स्कूटी को रोका और हम दोनो चाय पीने के बैठेे वो चाय लेके आई और हम दोनो ने चाय पी फिर चाय के पैसे देकर मे अपनी स्कूटी को स्टार्ट कर रही थी तब मुझे अजीब सा मेहसूस हुआ जैसे मुझे कुछ हो गया हो | मैने अपनी फ्रेंड को बोला की मुझे चक्कर आ रहा है तुम चलाओ वो स्कूटी चलाने लगी मुझे चक्कर की वजह से कुछ नही दिख रहा था आगे क्या हुआ मुझे कुछ नही मालूम | राजु ने कहा की आपकी फ्रेंड ने कुछ किया है आपके साथ वरना आप ऐसे जंगल मे नही आते | फिर राजु ने उसका नाम पूछा तो लड़की ने बताया की मेरा नाम सिला है.

राजु और सिला घर आ गए तब उसकी माँ ने राजु को देखके डर गयी क्यु की राजु को चोट लगी हुई थी फिर जब लड़की को देखा तो कहने लगी बेटा ये लड़की कोन है?? और तुम कहा से लेकर आये हो उसको तब राजु ने जंगल मेे जो हुआ था वो सब कुछ बताया अपनी माँ को | सिला ने राजु की माँ को परणाम किया सकी माँ ने राजु के चोट को साफ करके दवाई लगाई | लड़की ने राजु को बोला आप ऐसे घर मे रहते हो तब राजु ने कहा की घर के अंदर जाके देखो तब सिला घर के अंदर जाके देखती है तब राजु के पापा सामने ही बेड पे लेटे हुए पड़े थे ये देखके सिला की आँँख मै आँसू आ गए क्यु की राजु के पापा ना कुछ बोल पाते थे और ना कुछ सुन पाते थेे|

बाद मे राजु की माँ ने खाना बनाया दाल और रोटी सबने खाना खाया फिर बाद मे राजू ने सिला को बोला चलो मै आपको अपने गांव छोड़ने आता हुु आपके माँँ- पापा आपका इंतजार कर रहे होंगे| तब सिला ने कहा ठीक है पर जायेंगे कैसे तब राजु ने कहा पैदल जायेंगे एक घण्टा लगेगा ज्यादा दूर नही है| सिला और राजु वहा से पैदल चलके सिला को अपने घर छोड़ने आया.

राजु सिला का घर देखकर चौक गया और सिला को बोला आपका घर तो बहुत बड़ा है सिला ने कहा हा बहुत बड़ा है| राजु ने सिला को बोला मे इतने बड़े घर मै नही आ सकता सिला ने पूछा क्यु नही आ सकते?? तब राजु ने कहा की मे कभी इतने बड़े घर मै नही गया मै तब सिला ने राजु का हाथ का पकड़कर गेट के अंदर लेके आई.

घर के अंदर आई तो सब लोग रो रहे थेे सिला के ना होने से | सिला ने दरवाजे की बेल बजाई तब उसकी मोम ने दरवाजा खोला और सामने सिला को देखके बहुत रो रही थी |सब लोग लोग सिला को देखकर खुश हो गए थे | सिला अपनी मोम के पास गई और उसकी मोम ने सिला को गले लगाकर बहुत रोने लगी कहा चली गई थी मेरी बच्ची बिना बताके ही | सिला बहुत रोने लगी और रोते हुए जो कुछ भी उसके साथ हुआ वो सब अपनी मोम और सबको बताया | फिर उसके पापा और सब लोग राजु को देखके चौक गए और राजु के बारे मे गलत सोचने लगेे .......
*****************
*****************
आगे के पार्ट के लिए थोड़ा इंतजार कीजिये🙏🙏

स्टोरी अच्छी लगी हो तो कृपया कॉमेंट और रेटिंग्स जरूर दीजियेगा आप 🙏🙏